क्षण भर प्यार
जिन्दगी में प्यार तो बहुत कम लोगो को होता है परन्तु जब होता है तब इसकी खुशबू अपने आप में इसे समाहित कर लेता है!आजकल की युवा पीड़ी को जितनी जल्दी प्यार होता है उतनी ही जल्दी वह प्यार खत्म भी हो जाता है! यदि किसीसे पूछा जाये की क्या आप प्यार को परिभाषित कर सकते है???तो इस सवाल का जबाब आपको कुछ इस तरह से मिलेगा,देखिये बधु!यदि आप इस सवाल का जबाब पता करने चाहते है तो इन्टरनेट पर जाइये,गूगल करिए और चंद सेकंड्स में इसका जबाब आपको मिल जायेगा! युवाओं ने तो प्यार को एक त्यौहार की तरह मानना प्रारंभ कर दियाहै!इनका प्यार सोमवार को इन्टरनेट पर मित्र बनाने से प्रारंभ होता है,मंगलवार को ये अपने अतीत के बारे में और एक दुसरे की रुचियों के बारे में बाते करते है,
बुधवार को इन्हें अहसास हो जाता है की शायद एक दुसरे के आलावा इनकी जिन्दगी कभी पूरी ही नहीं हो सकती और दोनों एक दुसरे की साथ जीने मरने की कसमे खा लेते है,प्यार का इज़हार हो जाता है!गुरुवार को ये दोनों अपने रिश्ते की खबर सभी को बताने में लगे रहते है,शुक्रवार को दोनों को ऐसा लगता है शायद हम दोनों कुछ कुछ अलग है शायद बहूत अलग है,शनिवारको दोनों को पूरा यकीन हो जाता है कि उनका साथ मुश्किल है! और रविवार को दोनों एक दुसरे को अपने मित्रो से हटा देते है! मतलब प्यार अब कुछ दिनों में हो जाता है कुछ दिनों में खत्म भी हो जाता है!लोग अंग्रेजी के i love u को बोल तो बड़ी ही असानी से देते है पर उन शब्दों की गहराई को सम्भाल नहीं पाते और रिश्ते की डोर टूट जाती है!